Wednesday, February 27, 2019

भारत के एयर स्ट्राइक से PAK के बाजार में हाहाकार, 1500 अंक टूटा कराची स्‍टॉक एक्‍सचेंज

बीते मंगलवार को भारत के एयर स्‍ट्राइक की वजह से पाकिस्‍तान के बाजार में हाहाकार मच गया है. बुधवार को जहां भारतीय शेयर बाजार बढ़त के साथ खुले तो वहीं पाकिस्‍तान के   कराची स्टॉक एक्सचेंज (केएसई- 100)  इंडेक्स में 1500 अंकों तक की गिरावट देखी गई. कराची का शेयर बाजार पिछले दो दिन में 2000 अंक टूट गया है. इससे पहले मंगलवार को केएसई- 100 इंडेक्स 785.12 अंक यानी 1.98% गिरकर 38,821.67 अंक पर बंद हुआ. 

बीते 14 फरवरी को पुलवामा आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है. भारत ने पाकिस्‍तान के खिलाफ आर्थिक मोर्चे पर कई सख्‍त फैसले लिए हैं. इन हालातों में अब तक कराची स्‍टॉक एक्‍सचेंज को 6 फीसदी का नुकसान हुआ है.

पाकिस्‍तानी कारोबारियों के डूबे पैसे

इस गिरावट में पाकिस्‍तानी निवेशकों के करोड़ों रुपये डूब गए है. पाकिस्‍तान की आर्थिक स्थिति को देखते हुए यह गिरावट उनके लिए काफी मुश्किलें बढ़ा सकती हैं.बाजार के जानकारों का कहना है कि पाकिस्‍तान के कारोबारियों का पैसा डूब रहा है और ऐसे में वहां के कारोबारी इमरान खान की सरकार पर शांति बहाली का दबाव बना रहे हैं.

भारतीय बाजार की मजबूत शुरुआत

इससे पहले बुधवार को विदेशी पूंजी के निरंतर निवेश के बीच निवेशकों की खरीददारी से सेंसेक्स 300 अंक से ज्यादा सुधरा जबकि निफ्टी 10,900 अंक के ऊपर चला गया. भारतीय वायुसेना के पाकिस्तान में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के कैंपों पर हवाई हमलों के बाद मंगलवार को सेंसेक्स 239.67 अंक गिरकर बंद हुआ था. ब्रोकरों ने कहा कि एशियाई बाजारों में मजबूत रुख के बीच लिवाली और विदेशी पूंजी के निरंतर निवेश से घरेलू शेयर बाजारों में तेजी रही.

गौरतलब है कि बडगाम के पहले राजस्थान के पोखरण में मिग-27 लड़ाकू विमान भी क्रैश हो गया था. उस वक्त यह विमान प्रशिक्षण उड़ान पर था और जैसलमेर से उड़ा था. हालांकि, इस हादसे में पायलट सुरक्षित रूप से विमान से बाहर निकलने में कामयाब रहे थे.

सुषमा ने मंगलवार तड़के भारत के द्वारा की गई एयरस्ट्राइक की जानकारी रूस और चीन के विदेश मंत्रियों को दी. उन्होंने बताया कि पुख्ता इनपुट मिलने के बाद भारत की वायुसेना ने जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी अड्डों के खिलाफ कार्रवाई की, इसमें कई आतंकवादी मारे गए हैं.

आपको बता दें कि चीन और पाकिस्तान की दोस्ती बीते कुछ समय में मजबूत हुई है. ऐसे में चीन को इस विषय पर भी साधना काफी अहम हो जाता है. जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित करने की भारत की राह में चीन की सबसे बड़ा रोड़ा है.

UNSC की बैठक में चीन कई बार अपनी वीटो पावर का इस्तेमाल कर मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित होने से बचा चुका है. हाल ही में जब पुलवामा आतंकी हमले को लेकर UNSC की बैठक में निंदा प्रस्ताव लाने की बात हुई, तो चीन ने इसमें मसूद अजहर का नाम आने का विरोध किया. काफी मशक्कत के बाद चीन जैश-ए-मोहम्मद का नाम लेने पर राजी हुआ था.

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